काढ़ा के फायदे |Kadha Ke Fayde

नमस्कार दोस्तों। आपका बहुत-बहुत स्वागत है हमारी website पर आज में आपको काढ़ा के फायदे बताऊंगा।। जैसा कि आप सब जानते ही हैं कि इन दिनों कोरोना काल चल रहा है। कोरोना ने बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को अपनी चपेट में ले लिया है। corona से सबसे ज़्यादा उन लोगों को खतरा रहता है जिनकी immunity कमजोर होती है।

Corona Period में Doctor भी यही सलाह दे रहे हैं कि काढ़ा पिएं और अपनी immunity को strong रखें। immunity strong करने का सबसे सही तरीका है काढ़े का सेवन करना। काढ़ा पीने से हमें कई सारे फायदे मिलते हैं जिनके बारे में आपसे हम आगे चर्चा करेंगे। भारतीय घरों में काढ़ा बनाने की परम्परा बहुत पुरानी है।

शायद ही भारत का ऐसा कोई घर हो जो काढ़ा शब्द से अनजान हो या वहां काढ़ा न बनाया जाता हो। (Covid – 19, novel coronavirus) ने लोगों को इस कदर डरा दिया है कि दिन रात बस immunity और काढ़ा ही दिमाग में चलता रहता है। कोरोना के पहले, जब किसी घर पर कोई मेहमान जाता था तो उसे पानी देने के साथ-साथ लोग चाय या ठंडा या कोई अन्य पेय पदार्थ पूछते थे। लेकिन आज जब कोई किसी के घर पर मेहमान बन कर जाता है तो पानी के साथ उसे पूछा जाता है ‘‘और बताइए कौन सा काढ़ा लेंगे।’’ 

चाय और काॅफी तो जैसे गायब ही हो गए हैं लोगों के घरों से। रह गया है तो बस काढ़ा। कुछ घरों में तो बेचारे मेहमान से पूछा तक नहीं जाता, बस सीधे लाकर रख दिया जाता है उसके आगे काढ़ा।

काढ़ा क्या होता है? (What is Kadha)

दोस्तों, जब भी हम पानी में किसी फूल, फल, पत्तियों और तने को डालकर उसे उबालते हैं तो जो पदार्थ तैयार होता है उसे ही काढ़ा कहते हैं। काढ़े को आयुर्वेद की भाषा में क्वाथ भी कह दिया जाता है।

अश्वगंधा के फायदे यहाँ देखे -: अश्वगंधा

काढ़ा कैसे बनाते हैं ? (How to make Kadha)

दोस्तों काढ़ा बनाने के वैसे तो कई सारे तरीके हैं। साथ ही विभिन्न प्रकार की बीमारियों को ठीक करने के लिए विभिन्न प्रकार के काढ़े को बनाया जाता है। आइए विस्तार से जानते हैं इसके बारे में?

काढ़े के प्रकार

  • जुकाम के लिए काढ़ा
  • तुलसी का काढ़ा
  • गिलोय का काढ़ा
  • हल्दी का काढ़ा
  • कालीमिर्च का काढ़ा

काढ़ा पीने का सही वक्त (Right time to drink Kadha)

दोस्तों, जब हम काढ़ा पीते हैं तो हमारे शरीर में इम्यूनिटी बढ़ जाती है। परंततु जरूरत से ज़्यादा काढ़ा पीना और सही समय का ध्यान न रखते हुए काढ़ा पीना आपके लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। चलिए आपको बताते हैं कि काढ़ा पीने का सही वक्त क्या है? एक्सपर्ट मानते हैं कि काढ़ा पीने का सही वक्त क्या है यह जानने के लिए व्यक्ति को अपने शरीर के आयुर्वेदिक प्रकार को जानना आवश्यक है। इसमें वात, पित्त और कफ आदि शामिल हैं। 

वात प्रकार वाले लोग

जिन लोगों के शरीर का प्रकार वात होता है उन्हें शाम के वक्त ही काढ़ा पीना चाहिए। इन लोगों को चाहिए कि काढ़े को गुनगुना ही पिएं। वात प्रकार के शरीर वाले लोग काढ़े में थोड़ी मात्रा में घी भी डाल सकते हैं ताकि ये उनके शरीर में सूखापन पैदा न करे।

पित्त प्रकार वाले लोग

पित्त शरीर के प्रकार वाले लोगों को सुबह या शाम किसी भी समय काढ़े का सेवन करना ठीक रहेगा। ऐेसे लोगों को दोपहर के वक्त काढ़ा पीने से बचना चाहिए। ऐसे लोगों को कमरे के सामान्य तापमान पर ही काढ़े का सेवन करना चाहिए।

कफ प्रकार वाले लोग

कफ दोष वाले लोग दिन में किसी भी वक्त काढ़े का सेवन कर सकते हैं। इन लोगों के लिए फायदेमंद रहेगा कि ये लोग काढ़े को थोड़ा गर्म ही पिएं। अगर चाहें तो इसमें शहद भी मिला सकते हैं।

इसके अलावा अगर आप अपने शरीर के प्रकार को नहीं जानते कि आयुर्वेद के अनुसार आपका शरीर किस प्रकार का है तो आपके लिए बेहतर यही होगा कि आप कमरे के तापमान पर ही काढ़े का सेवन करें। एक्सपर्ट मानते हैं कि आपको काढ़े का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से बात कर लेनी चाहिए। 

उन्हीं से यह पूछना चाहिए कि आपके लिए कौन सा मिश्रण सही काढ़ा बनाने में मदद करेगा। एक्सपर्ट मानते हैं कि गिलोय और मुलेठी ऐसी दो सामग्रियां हैं जिन्हंे कोई भी अपने काढ़े में डालकर सेवन कर सकता है।

काढ़ा के फायदे

जुखाम के लिए काढ़ा (Kadha for cold problem)

अकसर आपने ये देखा होगा कि सर्दी के मौसम में ज़्यादातर लोगों को सर्दी, खांसी और जुखाम की शिकायत होने लगती है। इस बीमारी से बचने के लिए लोग ऐलोपैथिक दवाइयों पर पैसा खर्च करते हैं। कुछ पल के लिए आराम तो मिल जाता है लेकिन यह समस्या जड़ से खत्म नहीं होती। इसे जड़ से खत्म करने में कारगर साबित होता है काढ़ा। आज हम आपको बताने वाले हैं कि सर्दी, खांसी और जुखाम को ठीक करने के लिए काढ़ा कैसे बनाया जाता है।

इसके लिए आप 2 लौंग ले लीजिए। 1 और आधा कप पानी लीजिए। दो टेबल स्पून अदरक का रस लीजिए। आप चाहें तो अदरक को कद्दूकस करके उसे निचोड़ कर उसका रस निकाल सकते हैं। एक चम्मच काली मिर्च पाउडर लीजिए। तुलसी के 3 पत्ते लीजिए। आप चाहें तो एक चुटकी दालचीनी पाउडर भी डाल सकते हैं। वरना न भी डालें तो भी चलेगा।

काढ़ा बनाने का तरीका: (steps to make kadha)

  • एक कटोरे में पानी डालें और उसे उबाल लें। जब पानी में उबाल आ जाए तो उसमें अदरक का रस डालें। साथ ही तुलसी के पत्ते भी डाल दें। फिर आंच को धीमा कर दें।
  • अब इसे 2 से तीन मिनट तक पकने दें। फिर इसमें लौंग और कालीमिर्च पाउडर को डाल दें। एक मिनट और उबालने के बाद गैस बंद कर दें।
  • अब आप काढ़े को गैस पर से उतार कर छान लें और इसे एक कप में डाल कर गरम गरम पिएं। एक विशेष बात जो आपको ध्यान रखनी है वो ये कि आपको रात में सोने से आधा घंटा पहले इसे पीना है। आपको इस काढ़े को गर्म ही पीना है। अगर इम्यूनिटी को भी बढ़ाना है तो दालचीनी पउडर को काढ़े के ऊपर भी आप छिड़क सकते हैं।

तुलसी का काढ़ा: (Bazel Kadha)

दोस्तों, अगर आप तुलसी के काढ़े का सेवन करते हैं तो आपको कोरोना से बचने में काफी हद तक मदद मिलेगी। साथ ही साथ आपकी इम्यूनिटी भी बढ़ेगी। इस काढ़े को बनाने की विधि हम आपको बताने जा रहे हैं। सबसे पहले जान लेते हैं कि इसके लिए आपको कौन सी सामग्री चाहिए होगी।

सामग्री (Ingredients)

  • 3 से 4 लौंग लीजिए
  • 2 से तीन चम्मच शहद लेना होगा
  • आधा चम्मच हल्दी पाउडर ले लें
  • 8 से दस लुसली के पत्ते ले लीजिए
  • साथ ही आप 1 से 2 दालचीनी की स्टिक भी ले लें

चलिए अब जानते हैं इसे बनाना कैसे है:

दोस्तों इसके लिए आपको कुछ स्टेप्स फाॅलो करने होंगे।

स्टेप 1

सबसे पहले आप एक पैन में पानी ले लें। फिर इसमें तुलसी के पत्तों को डालें।

स्टेप 2

अब इसमें लौंग, दालचीनी और हल्दी पाउडर भी डाल दें। 

स्टेप 3 

अब आप इसे कम से कम 30 मिनट तक उबलने के लिए गैस पर रख दें। 

स्टेप 4

इसके बाद इस पानी को छान लें और जब यह काढ़ा हल्का ठंडा हो जाए तब इसे पिएं।

स्टेप 5

आप चाहें तो इसका स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें शहद भी डाल सकते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपकी इम्यूनिटी बढ़े और सर्दी-जुखाम छू मंतर हो जाए तो आप इसक काढ़े का सेवन रोज़्ााना 2 से 3 बार करें।

तुलसी का काढ़ा पीने के फायदे (Benefits of Tulsi Kadha)

  1. अगर आपको सर्दी-जुखाम है या फिर आपके गले में खराश है तो यह काढ़ा उसे चुटकियों में दूर कर सकता है। 
  2. मधुमेय के मरीजों के लिए तो ये काढ़ा रामबाण है। इसके सेवन से उनका शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
  3. हमारे शरीर में मौजूद टाॅक्सिक पदार्थ इस काढ़े को पीने से अपने आप बाहर निकल जाते हैं।
  4. इसको पीने से हमारी इमयूनिटी भी बढ़ती है जो आज के कोरोना टाइम में बहुत जरूरी हो गया है।
  5. इसे पीने से हमारी पाचन से संबंधित समस्याएं भी दूर हो जाती हैं।
  6. तुलसी के काढ़े का जो लोग सेवन करते हैं उन्हें कब्ज की शिकायत भी नहीं रहती है।
  7. दस्त की समस्य से भी आराम मिलता है।
  8. इस काढ़े को रोजाना पीने से हमारा पेट भी ठीक रहता है।
  9. इसका सेवन दिन में तीन बार करने से बुखार भी नहीं रहता।
  10. साथ ही यह काढ़ा हमें वायरल इनफेक्शन से भी बचाता है।

हल्दी का काढ़ा (Turmeric Kadha)

दोस्तों, चलिए अब आपको बताते हैं हल्दी का काढ़ा कैसे बनता है।

सामग्री:  (ingredients)

  • 1 बड़ी इलाइची लीजिए
  • 2 कप पानी लीजिए
  • साथ ही आपको 2 छोटी इलाइची भी लेनी है
  • इसक अलावा आप 4 लौंग ले लीजिए
  • 5 से 6 तुलसी के पत्ते लीजिए
  • आध चम्मच अजवाइन
  • आधा चम्मच अदरक ले लीजिए
  • 2 चुटकी काली मिर्च लें
  • एक टुकड़ा दालचीनी का ले लें

विधि:  (Recipe)

  • सबसे पहले आप पानी को उबलने के लिए रखें।
  • इसके साथ ही पानी में अदरक भी घिस कर डाल दें।
  • इसके बाद सभी सूखे मसालों को आप हलका सा तोड़ कर पानी में डालें।
  • इसमें हल्दी, काली मिर्च डालें। साथ मंे तुलसी के पत्ते भी डालें।
  • जब पानी उबल कर एक कप रह जाए तब तक इसे उबालें।
  • आप चाहें तो स्वाद के लिए इसमें नींबू भी डाल सकते हैं।
  • अब इसे गरम-गरम ही पिएं ठंडा करके नहीं पीना है।

निष्कर्ष (Conclusion)

तो दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में आपने जाना कि काढ़ा किसे कहते हैं। जुखाम के लिए काढ़ा कैसे बनाया जाता है। तुलसी के काढ़े के फायदे क्या हैं और साथ ही हल्दी के काढ़े के फायदोें के बारे में भी आपने जाना। उम्मीद है आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। इसे शेयर करना और कमेंट करना न भूलें। मिलते हैं एक नई जानकारी के साथ।